History

“इतिहास सामान्य ज्ञान (History GK) में भारतीय इतिहास, प्राचीन इतिहास (Ancient History), मध्यकालीन इतिहास (Medieval History) और आधुनिक इतिहास (Modern History) की जानकारी प्राप्त करें। प्रतियोगी परीक्षाओं, क्विज़ और ऐतिहासिक ज्ञान के लिए उपयोगी।

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इतिहास क्या है

अतीत के समस्त पक्षों का अध्ययन इतिहास कहलाता है । अर्थात सामाजिक पक्ष, आर्थिक पक्ष, राजनैतिक पक्ष, धार्मिक पक्ष एवं सांस्कृतिक पक्ष का अध्ययन।

इतिहास का लेखन

  1. हेरोडोट्स संसार का पहला व्यक्ति था जिसने इतिहास का लेखन प्रारंभ किया था।
  2. हेरोडोट्स ने प्रथम ग्रंथ (पुस्तक) लगभग 500 BC में हिस्टोरिका लिखा था।
  3. हेरोडोट्स : यूनान या ग्रीक के रहने वाले थे
  4. हेरोडोट्स को इतिहास का पिता भी कहा जाता है
  5. अपनी पुस्तक हिस्टोरिका में हेरोडोट्स ने ईरानी साम्राज्य हखमनी का वर्णन किया है और उसने बताया है कि ईरानी सम्राट डेरियस या दारा ने पश्चिमी-उत्तर भारत पर आक्रमण किया था ।
    उनके अनुसार पश्चिमी उत्तर भारत दारा-प्रथम के साम्राज्य का 20वाँ प्रांत था।
  6. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि भारतीयों को इतिहास लेखन का ज्ञान नहीं था, परंतु इस अबधारणा को खंडित करते हुए डॉ AD कीथ (Dr. AD Keith) कहते हैं कि भारतीयों को इतिहास लेखन का ज्ञान था।
    • सम्राट अशोक, रुद्र दामन, खारवेल और स्कंद गुप्त जैसे शासको के अभिलेखों से हमें इतिहास लेखन की व्यवस्थित जानकारी उपलब्ध होती है।
    • साहित्यिक स्रोतों के आधार पर भी कहा जा सकता है कि भारतीयों को इतिहास लेखन की जानकारी थी : वेदों, पुराणों, महाकाव्य, मनुस्मृति और चाणक्य की अर्थशास्त्र से इतिहास लेखन की जानकारी प्राप्त होती है।
    • संसार में पहली बार अपने ग्रंथ अर्थशास्त्र में चाणक्य ने राजा के कर्तव्य को बताया है।
      इसी ग्रंथ में चाणक्य ने राजनीति के प्रमुख सिद्धांत संप्रभुता की चर्चा की है।
  7. 12वीं शताब्दी AD में कल्हन ने इतिहास का सुव्यवस्थित एवं पक्षपात रहित इतिहास लिखा।
  8. कल्हन ने कश्मीर के इतिहास पर राजतरंगिणी नामक ग्रंथ लिखा था ।

इतिहास का काल विभाजन (Time Division of History)

कालखंड की दृष्टि से इतिहास का विभाजन दो भागों में किया जाता है :

  1. BC ( Before Christ) – ईसा पूर्व
  2. AD (Anno-domini) – A Year of God

भारतीय इतिहास के आयाम

भारतीय इतिहास के दो मुख्य आयाम (पक्ष) हैं:

  1. उज्जवल पक्ष (Bright Aspect)
  2. अंधकारमय पक्ष ( Dark Aspect)
  • उज्जवल पक्ष के अंतर्गत भारतीय सभ्यता और संस्कृति के महत्वपूर्ण आयामो को रखा जाता है तथा भारतीय सभ्यता की संसार में देन को भी महत्वपूर्ण रूप से रेखांकित किया जाता है जैसे वेदों और उपनिषदों का ज्ञान, योग और ध्यान का ज्ञान, विज्ञान और खगोल शास्त्र के क्षेत्र में ज्ञान, इत्यादि।
  • परंतु वर्तमान समाज में लोग यह कहते हुए मिल जाएंगे कि अतित ही वर्तमान की अपेक्षा उत्तम काल था, परंतु हमारे अतीत में कुछ बुराइयां भी विद्मान थी, जैसे महिलाओं की दैनिय स्थिति, सती प्रथा, बाल विवाह, विधवा विवाह पर रोक, एवं जन के आधार पर वर्ण विभाजन, इत्यादि।
  • प्रश्न उठता है कि क्या हम इन सभी बुराइयों को फिर से जीना चाहेंगे निष्कर्ष रूप से कहा जा सकता है कि हमें इतिहास के गौरव-मई पक्ष को अपनाना चाहिए और बुराइयों से सीख लेनी चाहिए.

भारतीय इतिहास (Indian History)

भारतीय इतिहास को तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है:

  1. प्रागै-ऐतिहासिक काल (250000 BC – 2500 BC)
  2. आद्य-ऐतिहासिक काल (2500 BC – 600 BC)
  3. ऐतिहासिक काल (600 BC – 1947 AD )

1. प्रागै-ऐतिहासिक काल

  • इस काल का अध्ययन पूर्णत: पुरातात्विक स्रोतों पर निर्भर है।
  • पुरातात्विक स्रोत वे होते हैं जो हमें उत्खनन से प्राप्त होते हैं जैसे मनुष्यों के द्वारा उपयोग किए गए उपकरण, उनकी अस्थियां इत्यादि।
  • इस काल को पाषाण काल के नाम से भी जाना जाता है।
  • इस काल में मनुष्य सभ्य नहीं थे।

प्रागै-ऐतिहासिक काल – का विभाजन

प्रागैतिहासिक काल या पाषाण काल को तीन कालों में विभाजित किया जाता है

  1. पुरापाषाण काल (250000 BC – 10000 BC)
  2. मध्यपाषाण काल (10000 BC – 6000 BC)
  3. नवपाषाण काल (600BC – 2500 BC)

2. आद्य-ऐतिहासिक काल (Proto-Historical-Period)

  • इस काल का अध्ययन पुरातात्विक और लिखित स्रोतों पर निर्भर है। इस काल में लिखित स्रोत उपलब्ध तो है परंतु उन्हें पढ़ा नहीं जा सका है।
  • इस काल के अंतर्गत दो सभ्यताएं आती है :
    1. सिंधु घाटी सभ्यता
    2. वैदिक सभ्यता
  • उल्लेखनीय है कि सिंधु घाटी सभ्यता के लिखित स्रोत प्राप्त हैं परंतु इसकी लिपि को पढ़ा नहीं जा सका है।
  • इस काल में वेदों का ज्ञान मौखिक रूप से दिया जाता था अर्थात यहां वेद लिखित रूप से विद्यमान नहीं थे

3. ऐतिहासिक काल (600 BC – 1947 AD )

  • इस काल का अध्ययन पुरातात्विक, साहित्यिक एवं विदेशी यात्रियों के विवरण पर आधारित है।
  • यहां पुरातात्विक स्रोत है :
    1. अभिलेख
    2. सिक्के
    3. भवन
    4. मूर्तियां
    5. चित्रकला

ऐतिहासिक काल – का विभाजन

ऐतिहासिक काल को तीन भागों में विभाजित किया जाता है:

  1. प्राचीन भारत (600BC – 712 AD)
  2. मध्यकालीन भारत (712 AD – 1757 AD)
  3. आधुनिक भारत (1757 AD – 1947 AD)

इतिहास का यह विभाजन कुछ परिवर्तनों पर आधारित होता है जैसे सामाजिक परिवर्तन, आर्थिक परिवर्तन, राजनैतिक परिवर्तन, धार्मिक परिवर्तन एवं सांस्कृतिक परिवर्तन, इत्यादि।

इतिहास (History)

प्राचीन भारतीय इतिहास (Ancient Indian History)

मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)

  • भारत पर अरबों का आक्रमण
  • महमूद गजनी
  • मुहम्मद गौरी
  • सल्तनत काल
  • विजयनगर साम्राज्य
  • बहमनी राज्य
  • स्वतंत्र प्रान्तीय राज्य
  • सूफी आन्दोलन
  • भक्ति आन्दोलन
  • मुगल साम्राज्य
  • मुगल शासन व्यवस्था
  • मराठों का उत्कर्ष

आधुनिक भारत का इतिहास (Modern History)

  • उत्तरकालीन मुगल सम्राट
  • भारत में यूरोपीय व्यापारिक कम्पनियों का आगमन
  • बंगाल पर अंग्रेजों का आधिपत्य
  • अंग्रेजों के मैसूर से संबंध
  • सिक्ख एवं अंग्रेज
  • कम्पनी के अधीन गवर्नर जेनरल
  • अंग्रेजी शासन के विरुद्ध महत्वपूर्ण विद्रोह
  • 1857 ई. की महान क्रांति, 1857 ई. की महान क्रांति के प्रमुख केन्द्र
  • भारत का स्वतंत्रता संघर्ष : महत्वपूर्ण तथ्य
  • भारतीय धार्मिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय आन्दोलन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण संगठन एवं संस्थाएँ
  • भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन से संबंधित महत्वपूर्ण आन्दोलन एवं घटनाएँ
  • भारत के महान शहीद
  • भारतीय स्वतंत्रता-आन्दोलन के प्रमुख वचन एवं नारे
  • स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित प्रकाशित पत्र, पत्रिकाएँ एवं पुस्तकें
  • उपाधि, प्राप्तकर्ता एवं दाता
  • काँग्रेस अधिवेशन : कब और कहां
  • ब्रिटिशकालीन आयोग/समितियाँ
  • भारतीय प्रेस का विकास
  • भारत की ऐतिहासिक लड़ाइयाँ
  • प्रमुख राजवंश, संस्थापक तथा राजधानी
  • सामाजिक सुधार अधिनियम
  • मुस्लिम सामाजिक-धार्मिक आन्दोलन और संगठन ।

विश्व इतिहास (World History)

  • पुनर्जागरण
  • अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम
  • फ्रांस की राज्यक्रांति
  • इटली का एकीकरण
  • जर्मनी का एकीकरण
  • रूसी क्रांति
  • औद्योगिक क्रांति
  • इंग्लैंड में क्रांति
  • प्रथम विश्वयुद्ध
  • चीनी क्रांति
  • तुर्की
  • इटली में फासिस्टों का उदय
  • जर्मनी में नाजीवाद का उदय
  • जापानी साम्राज्यवाद
  • द्वितीय विश्वयुद्ध ।
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