GK: महाजनपदों का उदय | Rise of Mahajanapadas

  • 600 BC में लोहे के प्रयोग से कृषि एवं अन्य आर्थिक गतिविधियों में परिवर्तन आया जिससे काबायली जीवन के स्थान पर स्थायी निवास की जीवन शैली का विकास हुआ। इसने क्षेत्रीय भावनाओं को जागृत कर जनपदों को महाजनपदों में परिवर्तित कर दिया। यह प्रक्रिया द्वितीय नगरीकरण की प्रक्रिया कहलायी।
  • अतः यह जनपद आकार में बड़े होते गए और क्षेत्र विस्तार के अंतर्गत समाहित होते गए, जिसके परिणामस्वरूप महाजनपद का निर्माण हुआ।

महाजनपद काल GK

  • छठी शताब्दी ई.पू. में पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में लोहे का अधिकाधिक इस्तेमाल होने लगा, इसके अतिरिक्त उपज से तथा अन्य आर्थिक परिवर्तनों के कारण ऋग्वैदिक कबीलायी जनजीवन में दरार पड़ने लगी और क्षेत्रीय भावना के जागृत होने से नगरों का निर्माण होने लगा।
  • बुद्ध के समय में (जन्म से पूर्व) 16 महाजनपदों का जन्म हो चुका था, इसका उल्लेख हमें बौद्ध ग्रन्थ के ‘अंगुत्तर निकाय’ में मिलता है।
  • जैन ग्रन्थ ‘भगवती सूत्र’ में भी 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
  • बौद्ध साहित्य अंगुत्तरनिकाय एवं जैन साहित्य भगवती सूत्र में 16 महाजनपद की चर्चा पहली बार किया गया है।
  • 16 महाजनपद में से वर्तमान समय में दो महाजनपद गांधार एवं कम्बोज महाजनपद भारतीय क्षेत्र से बाहर वर्तमान समय में पाकिस्तान में स्थित है। शेष सभी 14 महाजनपद वर्तमान समय में भारत में स्थित हैं।
  • दक्षिण भारत में एक मात्र महाजनपद अस्मक जो आन्ध्र प्रदेश में गोदावरी प्रदेश, हरियाणा एवं राजस्थान में स्थित है।

16 महाजनपद :-

  • यह दूसरी नगरीय क्लान्ति थी ।
  • इसका प्रमुख कारण लोहे की खोज थी।
  • 16 महाजनपदों का उल्लेख अंगुतर निकाय, खुद्दक निकाय – वौद्ध साहित्य एवं भगवती सूत्र में मिलता है।

16 महाजनपदों की राजधानी (16 Mahajanpad ki Rajdhani)

महाजनपदराजधानीवर्तमान स्थिति
अंगचम्पाबिहार
मगधराजगृह/राजगीरबिहार
बज्जिवैशालीबिहार
काशीवाराणसीउत्तर प्रदेश
सूरसेनमथुराउत्तर प्रदेश
कौशलश्रावस्तीउत्तर प्रदेश
वत्सकौशाम्बीउत्तर प्रदेश
पंचालअहिच्छन्न,
काम्पिल्य
(i) उत्तरी पंचाल
(ii) दक्षिणी पंचाल
(दोनों उत्तर प्रदेश में)
मल्लकुशीनगरउत्तर प्रदेश
चेदिसुक्तिमतीमध्य प्रदेश
अवन्तिउज्जैनी,
महिस्मती

(i) उत्तरी अवन्ति
(ii) दक्षिणी अवन्ति
(दोनों मध्य प्रदेश में)
कुरूइन्द्रप्रस्थहरियाणा
मत्स्यविराटनगरराजस्थान
अस्मकपोटनाआन्ध्र प्रदेश
कम्पोजहाटकपाकिस्तान
गांधारतक्षशिलापाकिस्तान
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  • विश्व का प्रचीनतम विश्वविद्यालय गांधार की राजधानी तक्षशिला में तक्षशिला विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना राजा तक्ष के द्वारा किया गया था।
  • चम्पा का प्राचीन नाम मालिनी था। बुद्ध के समय 10 गणतंत्र राज्य थे, जिसमें 8 वज्जि संघ के तथा 2 मल्ल के अन्तर्गत थे।
  • 16 महाजनपदों में मगध सबसे शक्तिशाली था।
  • वर्तमान भारत की प्राचीनतम विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय था जिसकी स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम के द्वारा किया गया।
  • विश्व का प्राचीनतम गणराज्य वज्जि संघ था।
  • राजस्थान के मरुस्थलीय क्षेत्र में स्थित एक मात्र महाजनपद मत्स्य था।

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