भारत के  राष्ट्रीय प्रतीक

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GK Facts

राष्ट्रीय चिन्ह

 भारत का राष्ट्रीय चिन्ह सारनाथ के अशोक स्तम्भ से लिया गया है। मूल स्तम्भ में शीर्ष पर चार सिंह हैं, जो एक-दूसरे की ओर पीठ किए हुए हैं। सिंह साहस व निर्भीकता का प्रतीक हैं। पट्टी के मध्य में धर्मचक्र है। चक्र में 24 तीलियाँ हैं, जो 24 घंटों का प्रतीक हैं। भारत सरकार ने अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में 26 जनवरी, 1950 को अपनाया

राष्ट्रीय ध्वज :

– ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। – राष्ट्रीय ध्वज का केसरिया रंग जागृति, शौर्य व त्याग का, सफेद रंग सत्य एवं पवित्रता का एवं हरा रंग जीवन-समृद्धि का प्रतीक है। – भारत के राष्ट्रीय ध्वज को 22 जुलाई, 1947 को संविधान सभा (Constituent Assembly) द्वारा अंगीकृत किया गया। – राष्ट्रीय ध्वज को संविधान सभा में हंसा मेहता ने प्रस्तुत किया।

राष्ट्रगान

– रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा मूलत: बांग्ला भाषा में रचित और संगीतबद्ध जन-गण-मन के हिन्दी संस्करण को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी, 1950 को अपनाया। – यह सर्वप्रथम, 27 दिसम्बर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 26वें अधिवेशन {अध्यक्ष-पं. विशन नारायण दत्त} (कलकत्ता) में गाया गया था।

राष्ट्रगान

– इसे रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने 1912 ई. में 'तत्त्व बोधिनी' में 'भारत भाग्य विधाता' शीर्षक से प्रकाशित किया था तथा 1919 ई. में 'Morning Song of India' के नाम से अंग्रेजी अनुवाद किया। – राष्ट्रगान के वर्तमान संगीतमय धुन को बनाने का श्रेय कैप्टन राम सिंह ठाकुर (INA के सिपाही) को जाता है। – राष्ट्रगान के गायन की अवधि लगभग 52 सेकेण्ड है।

राष्ट्रगीत

– राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् की रचना बंकिमचन्द्र चटर्जी ने संस्कृत में की थी, जो स्वतन्त्रता संग्राम में जन-जन का प्रेरणा स्त्रोत था। इसे जन-गण-मन के समान दर्जा प्राप्त है। – 'इसे सर्वप्रथम 1896 ई. में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अधिवेशन (अध्यक्ष-रहीमतुल्ला सयानी) में गाया गया था। – इस गीत को गाने का समय 1 मिनट और पाँच सेकण्ड है।

राष्ट्रगीत

– किसी भी व्यक्ति को राष्ट्र-गीत गाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। – इसे पहली बार सन् 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 12वें अधिवेशन (कलकत्ता) में गाया गया था। – नोट : भारतीय संसद के अधिवेशन का प्रारंभ 'जन गण मन' से और समापन 'वंदे मातरम्' के गायन से होता है।

राष्ट्रीय पुष्प

– कमल (Nelumbo Nucifera Gaertn) भारत का राष्ट्रीय पुष्प है। – यह एक पवित्र पुष्प है तथा भारतीय कला और पौराणिक साहित्य में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। – हरियाणा, जम्मू-कश्मीर व कर्नाटक का भी राजकीय पुष्प कमल है।